मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017

खालिद

वाह खालिद 
खुश हो गए होंगे तेरे वालिद 
अच्छा नाम कमाया 
J. N. U. से D. U. में छलांग लगाया 
प्रभावित कर दिया तुमने पूना 
उत्साह हो गया होगा तुम्हारा दूना 
मचा दी हलचल शांत पानी में 
मिलती होगी तुम्हें शान्ति अन्तस्तल में 
बदल रहा है वक़्त का मिजाज 
उतरने लगे हैं चेहरे से हिजाब 
आईने का अपना रंग नहीं होता 
तुम तो लगते रहो गहरे में गोता 
शिद्दत से लो अभिव्यक्ति की आजादी 
ले भी आओ भारत की बर्बादी 
इसमें तुम्हारा क्या है गुनाह 
मत करना किसी की परवाह 
दर्ज है इतिहास में भारत की गौरव गाथा  
और दर्ज है  वहीँ इसकी बर्बादी की कथा 
पर तुम्हें इससे क्या लेना 
तुम्हारा काम है बस दर्द देना  
याद रखना अपने सभी अधिकार 
अब तो बदलना है तुम्हें सारा संसार 
क़दमों में होगी दुनियाँ 
बेसक सुनी हो जाएँ सारी गालियां 
धन्यवाद 

शनिवार, 18 फ़रवरी 2017

आजादी

आजादी का मतलब है सब हों एक सामान | 
आरक्षण से होता है कितनो का अपमान ||
         

                                











आदर दो जब बड़ों को छोटों को भी प्यार  |

उस दिन देखो हो जाएगा दुनिया का श्रृंगार ||

वोट

वोट उसी को दीजिये जिसका दमन साफ |
वर्ना आने वाली पीढ़ी नहीं करेगी माफ़ ||

मंगलवार, 12 अगस्त 2014

फिजूल खर्ची 
एक दिन एक कंजूस आदमी अपने बेटे के लिए एक चश्मा लेकर आया । दूसरे दिन वह बैठा कुछ सोच रहा था । 
कंजूस :  क्यों बेटे क्या तुम पढ़ाई कर रहे हो ?
बेटा : नहीं पिताजी । 
कंजूस : क्या कुछ लिख रहे हो ? 
बेटा  :  नहीं पिताजी । 
कंजूस : (गुस्से से ) तुम्हारी यही फिजूल खर्ची मुझे पसंद नहीं । यदि कुछ नहीं कर रहे तो चस्मा उतार कर रख क्यों नहीं देते ?  

शुक्रवार, 18 जुलाई 2014

गुरुवार, 5 दिसंबर 2013

 सोमालिआ के पथ पर भारत 


दुनियाँ में आये  हैं तो जीना हीं पडेगा | 
जीवन है अगर जहर तो पीना हीं  पडेगा ॥ 

 हाँ , आज  भारत कि स्थिति कुछ ऐसी हीं हो गई है  । 
 कहने को हम उन्नति के पथ पर अग्रसर हो रहे हैं,
 परन्तु निरंतर इसका उलटा होता जा रहा है ।
 कहाँ तो हम महा  चले थे , वहीँ डालर ने एक झटके
 में हमें जमीन पर ला पटका,  और हमारा रुपया औंधे 
मुंह पड़ा कराह रहा है । आज बैठे बिठाये हमारी क्रय शक्ति 
में २५% कि कमी आ गई ।  ........ aur bhi

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